Wednesday, September 28, 2011

कोई

क्यों सपने दिखा कर तोड़ जाता है कोई,
क्यों अपना बना कर भूल जाता है कोई.

साथ रहने की आदत देने के बाद,
क्यों अकेला छोड़ जाता है कोई.

हर पल की चाहत बन जाने के बाद,
क्यों हर पल में एक दर्द दे जाता है कोई.

दिल की धडकनों में बस जाने के बाद,
क्यों धडकनें चुरा ले जाता है कोई.


                  (राहुल द्विवेदी)

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