दोस्ती एक ऐसी प्यारी सी डोर है,
जो दो इंसानों को प्यार से जोड़ती है।
दोस्ती एक ऐसी सदाबहार रहगुजर है,
जो दो अनजानों को एक दूजे से मिलाती है।
दोस्ती एक ऐसा जादुई गुलशन है,
जो मुरझाये फूल खिला देती है।
दोस्ती एक ऐसी कोमल जंजीर है,
जो परायों को अपना बना लेती है।
दोस्ती एक ऐसा मजबूत बंधन है,
जो सारे भेद-भाव मिटा देती है।
दोस्ती एक ऐसा मधुर संगीत है,
जो सारे दुःख दूर कर देती है।
दोस्ती एक ऐसे रिश्ते का नाम है,
जिस से ज़िन्दगी में खुशियाँ आती हैं।
दोस्ती एक ऐसे इम्तहान का नाम है,
जिसमें दोस्तों की जान भी चली जाती है।
फिर भी सच तो यही है दोस्तों की.....
अगर इस दुनिया में दोस्ती न होती,
तो ये कब की ख़त्म हो चुकी होती।
(राहुल द्विवेदी)
Monday, April 5, 2010
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