Monday, November 19, 2012

गलती

उसको दोष न दो ऐ दुनिया वालों,
उससे मोहब्बत करने की गलती मेरी थी।

उसने तो हँस कर बात की थी मुझसे,
उसको इकरार समझने की गलती मेरी थी।

उसने तो अपनी लटों को सुलझाया था,
उन लटों में उलझने की गलती मेरी थी।

उसने तो रोका था मुझको सपनों में खोने से,
उसके सपने देखने की गलती मेरी थी।

कहा था उसने एक दिन छोड़ जायेगी वो मुझको,
उसकी बात ना समझ पाने की गलती मेरी थी।

                         (राहुल द्विवेदी)

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